शिरडी में साई के नीम के पेड़ के बारे में ये बाते आप नहीं जानते होंगे
शिरडी में साई के नीम के पेड़ के बारे में ये बाते आप नहीं जानते होंगे
साई बाबा को शिरडी में सबसे पहले इसी पेड़ के निचे देखा गया था.
साई बाबा को शिरडी में सबसे पहले इसी पेड़ के निचे देखा गया था.
साई बाबा सर्व प्रथम शिरडी वासियो ने इसी नीम के पेड़ के निचे ध्यान करते हुए पाया था.
इसलिए भी यह शिरडी का एक प्रमुख स्थान हे.
साई बाबा सर्व प्रथम शिरडी वासियो ने इसी नीम के पेड़ के निचे ध्यान करते हुए पाया था.
इसलिए भी यह शिरडी का एक प्रमुख स्थान हे.
इस नीम के पेड़ के निचे साई का गुरुस्थान भी हे।
इस नीम के पेड़ के निचे साई का गुरुस्थान भी हे।
साई ने जवाब दिया की मेरे गुरु यहाँ निचे हे और फिर सबने मिलकर वहा पर खोदा वहा से निचे जब ५ फ़ीट की खुदाई हुई तो वहा से ५ दिये निकाले गए, और तभी से साई के साथ साथ इस निम के पेड़ के निचे उनके गुरु की पूजा होने लगी।
साई ने जवाब दिया की मेरे गुरु यहाँ निचे हे और फिर सबने मिलकर वहा पर खोदा वहा से निचे जब ५ फ़ीट की खुदाई हुई तो वहा से ५ दिये निकाले गए, और तभी से साई के साथ साथ इस निम के पेड़ के निचे उनके गुरु की पूजा होने लगी।
इस निम् के पेड़ की एक और खासियत हे।
इस निम् के पेड़ की एक और खासियत हे।
आम तौर पर सभी नीम के पेड़ के पत्ते कड़वे होते हे , लेकिन यहाँ इन पत्तो में एक मिठास हे यह कड़वे पत्ते भक्तो को मीठे लगते हे और भक्त इन्हे साई का प्रसाद समझते हे।
आम तौर पर सभी नीम के पेड़ के पत्ते कड़वे होते हे , लेकिन यहाँ इन पत्तो में एक मिठास हे यह कड़वे पत्ते भक्तो को मीठे लगते हे और भक्त इन्हे साई का प्रसाद समझते हे।
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